Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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क्या सच में हम स्वतंत्र है

 

 

भ्रूण स्वतंत्र नही अग्नि परीक्षा से

बेटा वंश बढाए उस इच्छा से||

बेटी स्वतंत्र नही दहेज़ से

पढाई लिखाई के उसके परहेज से ||

 


देश स्वतंत्र नही भ्रस्टाचार से

नेताओ और मंत्रियो के अत्याचार से||

सोच स्वतंत्र नही कुरीतियों से

अन्धविश्वास और रुढियो की जकड से ||


 

 

समाज स्वतंत्र नही सोच से

दुसरो का भला करने के बोझ से ||

बुजुर्ग स्वतंत्र नही व्रद्धाश्रम से

कब पहुंचा दिए जाए इस गम से ||


 

 

व्यापारी स्वतंत्र नही कालाबाजारी से

पैसा कमाने की महामारी से ||

शिक्षा स्वतंत्र नही डोनेशन से

बिना पैसे ना होते एडमिशन से||

 


भगवन स्वतंत्र नही गुरुओ से

गुरु स्वतंत्र नही भोग से ||

जिन्दगी स्वतंत्र नही मौत से

कब आ जाए इस खौंफ से |

 

 

सरितापंथी राजकुमारी

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