Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सांवला रंग तेरा बेहतरीन लगता है

 

"सांवला रंग तेरा बेहतरीन लगता है .
नज़र को तेरा नज़ारा हसीन लगता है .


बाँहों में जब सिमट के आती हो ,
आसमां भी ज़मीन लगता है .


मेरी चाहत ने जब से चाहा तुम्हें
सारा आलम रंगीन लगता है.


तेरे नूरानी हुस्न के आगे ,
चाँद कितना मलिन लगता है .


जब भी परदा नशीन होती हो ,
जुर्म तेरा संगीन लगता है .

 

 

--- सतीश मापतपुरी"

 

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