Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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Shayar Rudra

 
  • ये तो तेरी ही तमन्नाएं थी जो मुझे जीना सिखा गयी,
    .
    वरना में वो बदनसीब हूँ जिसे मौत ने भी ठुकरा दिया था

     

  • तेरी यादे अमानत हैं तेरी फिर भी मैं इन्हें अपना नहीं पाता,
    .
    जाने क्या तमन्ना हैं? ये दिल कह नही पाता मैं समझ नहीं पाता |

 

 

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