रोज सबेरे मेरे घर में
चुपके से आ जाती चिड़िया
फुदक-फुदक कर दाना चुगती
बालक-वृद्ध हँसाती चिड़िया।
शशांक मिश्र ’भारती
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रोज सबेरे मेरे घर में
चुपके से आ जाती चिड़िया
फुदक-फुदक कर दाना चुगती
बालक-वृद्ध हँसाती चिड़िया।
शशांक मिश्र ’भारती
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