काले-काले पंखों वाली
गाती कूं-कूं प्यारा कोयल
बाग-बगीचे घर-आंगन में
बसन्त ऋतु में आती कोयल।।
शशांक मिश्र ’भारती’
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काले-काले पंखों वाली
गाती कूं-कूं प्यारा कोयल
बाग-बगीचे घर-आंगन में
बसन्त ऋतु में आती कोयल।।
शशांक मिश्र ’भारती’
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