म्ंगल मय हो
आपको यह जन्म दिवस
मिटाने वाला हो कटुता आस-पास की
बहाने वाला हो
स्नेहधारा पे्रमोल्लास की,
पूरित कर बगिया
मन के विश्वास की
सरिता बहाये हृदय में
चिरनूतन उल्लास की,
छाये कृतित्व
भाजाये व्यक्तित्व
कण-कण में।
शुभाकांक्षी
शशांक मिश्र भारती
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