Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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पन्द्रह अगस्त तुमको प्रणाम

 

स्वतंत्रता दिवस तुमको प्रणाम
पन्द्रह अगस्त तुमको प्रणाम
तुम आये उत्साह जगा है
गांधी-सुभाष पर ध्यान लगा है
नूतन उमंग की किरणें जागीं
घृणा-द्वेष की नींव हिलभागी
तुम भारत के सुन्दर नाम
पन्द्रह अगस्त तुमको प्रणाम
गूंज रहा जय-जय का नारा
जहराये तिरंगा लगता प्यारा
राण्ट्रगान जग से है न्यारा
दुनियां में सुन्दर देश हमारा
हृदय से तुझको दूं सम्मान
पन्द्रह अगस्त तुमको प्रणाम
व्रत लेकर आगे बढ़ते जायें
भरत भूमि को फिर महकायें
राष्ट्रप्रेम से भर-भरकर
आजाद-भगत को शीश नवायें
प्रेरणा के दीप तुम अवाम
पन्द्रह अगस्त तुमको प्रणाम
महिमा अमिट तुम्हारी जानें
जन-मन एकता भाव पहचानें
सद्भाव से मिलें अनजाने
विश्व में देश की कीर्ति बखाने
राष्ट्रदिवस तुम अविराम
पन्द्रह अगस्त तुमको प्रणाम।

 

 

 

शशांक मिश्र ’भारती’

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