बहुत दिल दुखाया है अब ना दुखाओ।
मेरा प्यार बनकर मेरे पास आओ।
जखम पे जखम ये नही सह सकेगा।
युँ जख्मी से दिल को खुरच के ना जाओ।
मेरे प्यार का बोझ ना सह सके तो।
चलो मेरी अर्थी को काँधा लगाओ।
मेरे प्यार का फैसला आज कर दो।
मिटा दो ये दुरी या मुझको मिटाओ।
मेरा दिल दुखाने मे तक़लीफ है तो।
सितम छोडकर के गले से लगाओ।
तुम्हारे हवाले ये दिल कर दिया है।
करो दिल्लगी या खिलौना बनाओ।
हबीबोँ पे मेरे करम चुके तो।
चलो अपनी पलकोँ पे 'शिव' को बिठाओ।
'शिव'
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY