दुनियाँ की सबसे कीमती दौलत क़ुबुल है।
ऐ यार मुझे तेरी मोहब्बत क़ुबुल है।
सच तो है कि मै था ना तेरे प्यार के काबिल।
बक्सी जो तुमने मुझको वो इज्ज़त क़ुबुल है।
भेजी है मेरे घर मे जो इक चाँद सी बेटी।
अल्लाह मुझको तेरी ये रहमत क़ुबुल है।
मर्जी है तेरी साथ दे या दे दे जुदाई।
मुझको तेरी हर एक शरारत क़ुबुल है।
हमदर्द मेरे मुझको तेरे प्यार की खातिर।
दुनियाँ की मुझे सारी खिलाफत क़ुबुल है।
आने से पहले तेरे नही कुछ भी गँवारा।
आये जो तेरे बाद कयामत क़ुबुल है।
मस्जिद मे जाकर रोज यही पूँछता है 'शिव'।
मौला क्या तुमको मेरी इबादत क़ुबुल है।
'शिव'
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