Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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दुनियाँ ने मेरे लहजे

 

दुनियाँ ने मेरे लहजे
को तलवार कह दिया।

 

 

कोई ख़ता किये बिन
ख़तावार कह दिया।

 




चुपचाप ज़ुल्म सहने
का अंजाम ये हुआ।

 

 

कातिल ने मेरे मुझको
गुनहगार कह दिया।

 

 

 

'शिव'

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