हमारे हाथ मे जो हाथ तुम्हारा होता।
दिल की दुनियाँ मे बहुत नाम हमारा होता।
तोड आता मै जमाने के सारे रश्म-ओ-रिवाज।
तुमने गर नाम मेरा लेकर पुकारा होता।
तमाम उम्र क्या सदियाँ गुजार देते हम।
तुम्हारी याद का जो दिल को सहारा होता।
उतार लेते जिगर मे ज़हर ज़फा का हम।
हमारा प्यार अगर दिल मे उतारा होता।
हमारी आँख से गिरता है जो बनकर आँसु।
तुम्हारी आँख से गिरता तो सितारा होता।
तुम्हारी याद मे सदियाँ गुजार देते हम।
हमारे साथ मे कुछ दिन जो गुजारा होता।
तोड देते हम अपने हाथोँ मय का पैमाना।
गर तेरी मस्त निगाहोँ का इशारा होता।
किसलिये माँगते हम मौत की दुआ या रब।
जिसकी हसरत थी अगर वो ही हमारा होता।
'शिव'
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