Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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नेता जी

 

बिजली पानी राशन देगेँ कहते थे नेताजी अपने।
चुल्हा, चौका, बासन देगेँ कहते थे नेता जी अपने।



उजड रहे थे छप्पर सबके घर को पानी सीँच रहा था।
सबको पक्का आँगन देगेँ कहते थे नेताजी अपने।

 

 

'शिव'

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