Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सिर पे हमरो पत्थर कम बा

 

सिर पे हमरो पत्थर कम बा।
दिल मे हमरो नश्तर कम बा।

 



पथराइल दिल के गलियन मे।
देखे लायक मंजर कम बा।


 


मर जाई हम जल्दी जल्दी।
तीर चलाऽव खंजर कम बा।

 



मजहब के बोलेला बोली।
नेता ज्यादा शायर कम बा।


 


दवा दियावे बा अम्मा के।
बीवी के भी ज़ेवर कम बा।


 


सो जाईँ तऽ धरती छोटी।
उड जाईँ तऽ अम्बर कम बा।

 




मन्दिर मस्जिद बहुत बा मौला।
तबहोँ तोहार दफ्तर कम बा।

 



हर जगहाँ बा सुअर के गु्‌ह।
गौ माता के गोबर कम बा।


 


हिन्दु तऽ 'शिव' भी बा सच्चा।
हाँ बाकिर ई कट्टर कम बा।

 


'शिव'

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