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वक्त बलवान

 

वक्त बलवान


वक्त से पहले कोई जवान नहीं होता,
बीज बो दिया पौधा तैयार नहीं होता...!
हम उसका इंतजार नहीं करते, भरोसा नहीं करते...!
जो वह करता है वह खराब नहीं होता...!
हम तुरंत शीघ्र चाहते हैं,
इसलिए वह हमारे साथ नहीं होता,
जो वह देता है, उसमें हमारा नुकसान नहीं होता, भरोसा करना चाहिए उस मालिक पर,
"बंसल" उससे बड़ा कोई साथ नहीं होता......!

लेखक : निरंजन कुमार बंसल

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