Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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Siddhant Patel

 
  • हसरते तो थी तेरे प्यार मे खुद को मिटा दे . . . .
    तुने तो प्यार को ही मिटा दिया . .

  • मरहम न सही एक जख्म ही दे दो
    महसूस तो हो की हमे तुम भूले नहीं हो

    • कौन कहता है कि दिल सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है..
      तेरी खामोशी भी कभी कभी आँखें नम कर देती हैं ... !!

  • सो गए बच्चे गरीब के यह सुनकर,
    कि ख्वाब में फरिशते आते हैं रोटियाँ लेकर.

  • तू अगर इश्क़ में बर्बाद नही हो सकता,
    जा तुझे कोई सबक याद नही हो सकता..

  • तुम खुद को मुझमें काहे तलाश रहे हो
    दुनिया में हर एक शख्स एक जैसा नहीं होता.

  • अकेला वारिस हूँ उसकी तमाम नफरतों का ,
    वो शख्स जो सारे शहर में प्यार बांटता है

    • दो-चार लफ्ज़ कहकर मैं खामोश हो गया,
      वो मुस्करा के बोले... बहुत बोलते हो तुम.

    • मसे भुलाया नही जाता एक "मुख्लिस" का प्यार,
      लोग जिगर वाले है जो रोज़ नया महबूब बना लेते है...

  • दर्द कहाँ मोहताज होता है शब्दों का ...
    बस दो आंसूं काफी हैं बयाँ करने को

  • किसी चिराग का अपना मकान नहीं होता,
    जहाँ रहेगा, वहीँ रोशनी लुटायेगा......

  • दिन तो कट जाता है शहर की रौनक में,
    कुछ लोग याद बहुत आते है दिन ढल जाने के बाद..

 

 

 

 

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