Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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डर तो फ़क़त इस बात का है मुझे

 

डर तो फ़क़त इस बात का है मुझे,

कहीं मैं भी उन लोगों में शुमार हो ना जाऊं,

जिन्हें भीड़ समझकर फरामोश कर दिया गया हो।

कहीं मैं भी उन किस्सों का हिस्सा रह ना जाऊं,

जिन्हें दोहराया भी गया हो

तो हज़ नाकामो की मिसालों के तौर पर……


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