द्वारा
सुधीर बंसल
लगड़ा जब हो जायेगा, प्रथम दौड़ में भी आएगा|
आयोजक दूर दृष्टि रखते हैं, उन्हें चश्मा दूर दिखाता पहले|
चौंध कहीं न लग जाये, बंद आँख एक रखते हैं|
एक नजर से सब को देखें, फर्क नहीं कुछ करते हैं|
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सुधीर बंसल
लगड़ा जब हो जायेगा, प्रथम दौड़ में भी आएगा|
आयोजक दूर दृष्टि रखते हैं, उन्हें चश्मा दूर दिखाता पहले|
चौंध कहीं न लग जाये, बंद आँख एक रखते हैं|
एक नजर से सब को देखें, फर्क नहीं कुछ करते हैं|
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