Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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जीवन में अंधेरे को हटाने में समय

 

सुप्रभात जी।
कहानी सुनी सुनाई।
कुछ तकलीफें हमारा इम्तेहान लेने नहीं बल्कि हमारे साथ जुड़े लोगों की पहचाने /करवाने आती हैं। माना कि आप किसी का भाग्य नहीं बदल सकते हैं, लेकिन अच्छी प्रेरणा देकर किसी का मार्ग-दर्शन तो कर सकते हैं, जीवन में जब कभी भी मौका मिले तो सारथी बनना, स्वार्थी नहीं।

किसी भी वस्तु की असली कीमत तभी समझ आती है जब उसे पाने का 'संघर्ष' स्वयं किया गया हो। कुछ लोग अपनी अकड़ की वजह से कीमती रिश्ते खो देते है और कुछ लोग रिश्ते बचाते अपनी कदर खो देते है। जीवन में अंधेरे को हटाने में समय गंवाने के बजाय दीपक को जलाने में समय लगाना चाहिए।

किसी से ईर्ष्या करके मनुष्य उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है पर अपनी नींद और सुख चैन अवश्य खो देता है। दोस्ती दिल से हो तो वफा बन जाती दोस्ती प्यार से हो तो ईश्क बन जाता है, दोस्ती अंजान व्यक्ति से हो तो पहचान बन जाती है और दोस्ती अच्छे इंसानसे हो तो जिंदगी बन जाती है। जीवन में सुख साधन से संपन्न व्यक्ति भाग्यशाली होते हैं, लेकिन परम सौभाग्यशाली वो होते हैं, जिनके पास भोजन के साथ भूख भी हो, बिस्तर के साथ नींद भी हो, धन के साथ धर्म भी हो और विशिष्टता के साथ शिष्टता भी हो।

सुरपति दास
 

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