सुप्रभात जी।
कहानी सुनी सुनाई।
ये न पूँछना ज़िन्दगी ख़ुशी कब देती है क्योकि शिकायते तो उन्हें भी है जिन्हें ज़िन्दगी सब देती है मानो तो मौज है नही तो समस्या रोज है। जो सबसे पहले क्षमा माँगता है वह सबसे बहादुर होता है जो सबसे पहले क्षमा कर देता है वह सबसे शक्तिशाली होता है और जो सबसे पहले भूल जाता है वह सबसे अधिक सुखी व्यक्ति है।
संसार में सब कुछ संभव है यदि शुरुआत आत्मविश्वास से हो तो सब दुःख दूर होने के बाद मन प्रसन्न होगा ये आपका वहम है मन प्रसन्न रखो सब दुःख दूर हो जायेंगे ये हक़ीकत है।
जितना चाहो उतना मिल नहीं सकता लेकिन जितना चाहो उतना दे सकते हो प्यार आदर मुस्कुराहट, खुशी, सहायता और अपनत्व, विश्वास, वादा, दिल। दोस्ती और संबंध ये जब टूटते हैं तो आवाज नहीं होती परन्तु दर्द बहुत होता है इसलिए हमेशा कोशिश करें कि हमसे ये पांचों ना टूटे।
सुरपति दास
इस्कॉन
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