Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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स्वयं की शक्तियों को पहचानें

 

सुप्रभात जी।
कहानी सुनी सुनाई।
यदि मनुष्य ठान लेता है और दृढ़ता के साथ उस दिशा में कार्य करना प्रारंभ कर देता है तो ऐसा कुछ भी नहीं जिसको जीवन में प्राप्त ना किया जा सके। जीवन की संभावनाएं बड़ी अनंत हैं। मनुष्य के पुरुषार्थ और संकल्प में वो सामर्थ्य है जिसने उसे पक्षियों की तरह अनंत आकाश में उड़ना तो मछली की तरह गहरे समुद्र में भी तैरना सिखा दिया है।

प्रत्येक मनुष्य में साधारण से असाधारण बनने की प्रबल संभावनाएं हैं। जिन लोगों ने अपने जीवन में साधारण से असाधारण बनने तक की यात्रा की है उन्हें प्रकृति ने ऐसा कुछ अलग नहीं दिया जो उनके पास था और आपके पास नहीं है।

मानव जीवन अपने आप में बड़ा शक्ति संपन्न है। आवश्यकता है तो मात्र स्वयं की शक्तियों को पहचानने की दृढ़ संकल्प की और पूरे मनोयोग से लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए उस दिशा में सतत आगे बढ़ने की।

सुरपति दास
इस्कॉन/भक्तिवेदांत हॉस्पिटल
 

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