उस दिन के बाद फिर कभी
विलुप्त नहीं होंगी
सरस्वती सी नदी
ख़त्म हो जायेगा
समुंदर का खारापन
उस दिन के बाद
फिर कभी
नहीं होगी प्रलय
इस वसुंधरा पे
जिस दिन से प्रेमिकाएं
बनने लगेंगी
अपने पहले प्रेमी की पत्नी।
—सुधीर
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उस दिन के बाद फिर कभी
विलुप्त नहीं होंगी
सरस्वती सी नदी
ख़त्म हो जायेगा
समुंदर का खारापन
उस दिन के बाद
फिर कभी
नहीं होगी प्रलय
इस वसुंधरा पे
जिस दिन से प्रेमिकाएं
बनने लगेंगी
अपने पहले प्रेमी की पत्नी।
—सुधीर
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