जिन होंठो ने कभी
मेरे लिए
मंदिर में दुआ मांगी
वही होंठ थे
जो मुझे
हैसियत में रहने की
ताकीद कर रहे थे।
--सुधीर मौर्य
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जिन होंठो ने कभी
मेरे लिए
मंदिर में दुआ मांगी
वही होंठ थे
जो मुझे
हैसियत में रहने की
ताकीद कर रहे थे।
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