Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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महावर की जगह तुने

 

 

teri mohabbat

 

महावर की जगह तुने
सुनहरी पायलें मांगी
कहाँ हासिल तुझे होता
ये सब मेरी मुहब्बत में.

 

मैंने अपना तुझे माना
तुने सपना मुझे समझा
बस इतना सा फर्क था
तेरी मेरी मुहब्बत में....

 

 

 

सुधीर मौर्य 'सुधीर'

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