मुझे देख कर
उनके होठों पे
तैर गई, वही मुस्कान
जो बचपन से
उनकी सूरत की सहेली रही...
और सच पुछो तो
यही मेरे जीवन की
सबसे बड़ी पहेली रही..
--सुधीर मौर्य
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मुझे देख कर
उनके होठों पे
तैर गई, वही मुस्कान
जो बचपन से
उनकी सूरत की सहेली रही...
और सच पुछो तो
यही मेरे जीवन की
सबसे बड़ी पहेली रही..
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