Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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आने वाला वसंत

 

आला मतवाला आने वाला वसंत |
कामदेव की पूजा करने वाला वसंत |
पीताम्बर ओढ़े सरसों का खेत, वसंत |
नरगिस की प्यारी न्यारी चुनरी वसंत ||
चपल ध्वनि औ कल कल तरंग |
सर्दी - गर्मी दोनों एक संग |
खेतों में किसलय लिए पचरंगा रंग |
चेहरों को निखारता आया वसंत ||
पात गिरे धरा पे पेड़ कोपलों के संग |
नव फूलों की बगिया में महक उठा मन |
तितलियाँ मडराती हैं कलियों के संग |
रवि उत्तरायण हो चला आया वसंत ||
काया की सिकुडन मिटाता वसंत |
तुलसी से सुहाग - मंगाये वसंत |
औ आलिंगन दे उभार देने वाला मन |
सरस्वती क पूजन कराने आया वसंत ||
रंग भरने का रस्म निभाये- वसंत |
तेरे मेरे मिलन का आया वसंत |
आनंद और उमंग में संग -संग -
आला मतवाला आने वाला वसंत ||
--
Sukhmangal Singh

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