Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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अहिंसा सत्य और करुणा

 

१-अहिंसा सत्य और करुणा के देश में ,
जन्मे गांधी ,सुभाष ,विवेकानंद भेष में |
२- आस्तीन के सांप हजारों घर के अंदर ,
भीतर- बाहर झाँक रहे हैं लंगूर बन्दर |
३- गर जब कभी काशी जाइयेगा
श्रीविश्वनाथ को जल चढायियेगा|
भैसें आगे पीछे डंडा यादव जी का
खड़े -अड़े देखते हुए जाइयेगा ?
४- बाबा के दरबार में ,
लाखों दानी लोग !
पलक झपते देर ना
खा गए सारे भोग |
खा लिए सारे भोग
अन्यपूर्ना भेजवायीं
काशी की धरा पर
भूखा नहीं कोई बिताई |

 

 

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Sukhmangal Singh

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