"भारतीय लोकतंत्र "
अच्छे विचार लायेंगे
ईंट से ईंट बजायेंगे |
मैं हूँ 'मंगल' मंगल ग्रह
सबको दिशा दिखाएँगे |
है शोर और कोलाहल भारी
शान्ति का पाठ पढ़ाएंगे |
भारतीय लोकतंत्र की मर्यादा
जन -जन को हम सिखायेंगे ||
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Sukhmangal Singh
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