Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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चिड़िया

 

सुबह -सुबह मेरे आँगन ,आती चिड़िया |
चीं-ची चूं-चूं गाती , मन भाती चिड़िया ||
भोरवे हमें जगाती ,फुसलाती चिड़िया |
फुदुक-फुदुक निक नाच दिखाती चिड़िया ||
बचवान को टहलाती,बलखाती चिड़िया |
आलस दूर भागाती ,सदा आती चिड़िया ||

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Sukhmangal Singh

 

 

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