सुबह -सुबह मेरे आँगन ,आती चिड़िया |
चीं-ची चूं-चूं गाती , मन भाती चिड़िया ||
भोरवे हमें जगाती ,फुसलाती चिड़िया |
फुदुक-फुदुक निक नाच दिखाती चिड़िया ||
बचवान को टहलाती,बलखाती चिड़िया |
आलस दूर भागाती ,सदा आती चिड़िया ||
--
Sukhmangal Singh
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY