१- देख कर जो आइना भांप लिया करते है
सत्य की जुबां को भी नाप लिया करते हैं
अपनों और पराये में भेद नहीं कर ते हैं
जगत के लोग उन्हे अनुशरण करते हैं |
2- धान के लावे सा रखते पास हो,
दूर रहकर भी देते मेरा साथ हो !
दोनों थाम्हे एक दूजे के हाथ हो
मुश्किलों में करते सुन्दर बात को
Sukhmangal Singh
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