-सुखमंगल सिंह
चांदीपुर जिला बालासोर,उडिशा से स्वदेशी क्रूज मिसाइल का सफल परीક્ષण हुआ जो परमाणु आयुध ले जाने में सક્ષम है।
सफल परीક્ષण सुबह10 बजे18/10/2014 दिन शुक्रवार को हुआ। यह मिसाइल मात्र13 मिनट में एक हजार किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय कर सकता है जिसे अधिकारियों ने दावा किया। भारतीय प्रधान मंत्री श्रीमान् नरेन्द्र मोदी जी ने वैજ્ઞાनिकों को मिसाइल की सफलता पर बधाई दी।(1)
इस प्रकार भारत को विकसित देशों से कम नहीं आंका जाना चाहिए। अक्टूबर18,2014 को वी॰ एच॰ यू॰ वाराणसी
में आब्स्टेट्रिक एनेस्थीसिया की शनिवार की संगोष्ठी के दूसरे दिन कनाडा से पढ़ारे डा0 मैक्कोनाकी जी ने कहा-भले ही भारत कनाडा में आर्थिक विषमताएं हैं परन्तु चिकित्सीय मामलों में हम किसी भी विकसित देश से कम नहीं हैं। वहीं कनाडा के ही डा0 भवानी शंकर कोडाली ने गर्भवती महिलाओं में आपरेशन के दौरान एनेस्थिसिया के प्रयोग और बैचारिक विषमताओं को रेखांकित किया। गोष्ठी में विचार व्यक्त करने वालों में केंब्रिज के डा0 राकेश टंडन, दिल्ली एम्स की चंद्रलेखा,डा0रामपापा, प्रो0 रंजन,प्रो0एस पी माथुर आदि रहे।(2)
भारत तेजी से एक गंतव्य देश के रूप में उभर रहा है और देश के तेज आर्थिक विकास तथा विदेशी निवेश में हो रहे विकास की भी इसमें भूमिका है। युवा और अत्यधिक कुशल श्रमिक शक्ति की उपलब्धता के मामले में भारत की ताकत को
माना जा चुका है। गंतव्य देश अपनी श्रमिक और कौशल कमी को पूरा करने के लिए इस शक्ति का प्रयोग कर सकते हैं।(3)
चूँकि भारत और ईयू देशों की अनुपूरक जरूरतें हैं,इसलिए प्रस्ताव मानव संसाधन मोबिलिटी साझेदारियां दोनों पક્ષૉં की
बहुत मदद करेंगी। इससे एक माँडल भी तैयार होगा जिसे अन्यंत्र आजमाया जा सकता है। मंत्रालय ईयू देशों के साथ सामा- जिक सुरક્ષા करार कर रहा है उससे मानव संसाधन मोबिलिटी साझेदारियों को बहुत सहायता मिलेगी। यह सहायता सामाजिक सुरક્ષા के लिए दोहरे अंशदान और अंशदान नुकसान से कामगारों को बचाने के रूप में होगी। वास्तव में,ये दोनों करार मिलकर अंतर्राष्ट्रीय श्रम प्रवासन के ક્ષેत्र में भारत और ईयू सदस्य देशों के बीच स्थायी और परस्पर लाभदायक संबंधों का मार्ग प्रशस्त करेंगे। चूँकि भारत अपने तेजी से हो रहे आर्थिक विकास तथा प्रवासियों द्वारा किए जा रहे निवेश के कारण एक गंतव्य देश के रूप में तेजी से उभर रहा है,इसलिए मानव संसाधन मोबिलिटी साझेदारी से आने वाले समय में यूरोपीय संघ के नागरिकों को बहुत लाभ होगा।(4)
जेनेरिक दवा की यदि बात करें तो वी॰एच॰ यू॰ वाराणसी में सर सुन्दर लाल अस्पताल अब70% कम दाम पर जेनेरिक
दवाएं उपलब्ध कराने का दावा किया है। यह गरीबों के हितों को ध्यान रखकर वि॰वि॰ प्रशासन का बड़ा कदम होगा। इसमें
चिकित्सा विજ્ઞાन संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो0 टी॰एम॰ महापात्रा को नहीं भूला जा सकता इन्होंने वर्ष2011-12 में दवा नियं-
त्रक व ब्यूरो आफ फार्मा प्रोडक्ट आफ इंडिया(बीपीपीआइ)को जन औषधि केन्द्र का प्रस्ताव भेजा था। इसपर सन् 2012 में दोनो के साथ आइ एम एस बी॰एच॰ यू॰ ने एम॰ ओ॰यू॰भी साइन कर लिया। प्रो0 राणा गोपाल सिंह,निदेशक,आइ एम एस बी॰एच॰ यू॰ ने कहा-चिकित्सक द्वारा जेनेरिक नामों से दवाएं लिखने पर अनुमति दी जा सकती है।(5)
देश की रક્ષા सेनाओं को मुस्तैद बनाने की कोशिश में माननीय प्रधान मंत्री श्री मान् नरेन्द्र मोदी जी ने फौज को
नए खतरों से मुकाबला के लिए नई सोच और तकनीक के सहारे तैयारियां मुकम्मल करने की ताकीद की है। दुस्साहस व दादागिरी की हालिया घटनाओं के बीच पहली बार देश के शीर्ष सैन्य,सैन्य नेतृत्व से सीधे संवाद में पी॰ एम॰ने कहा कि पारंपरिक युद्ध की संभावनाएँ भले न हो लेकिन किसी के व्यवहार को नियंत्रित करने और निवारक शक्ति के तौर पर ताकत का इस्तेमाल अहम औजार बना रहेगा। मोदी जी ने जवानों से लेकर जनरल तक नई तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया और पहली बार पी एम पद से तीनों सेनाओं के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करते हुए सैन्य बलों को आर्थिक,कूटनीतिक व सुरક્ષા जरूरतों के लिहाज से अपेક્ષિत और अनपेક્ષિत खतरों से निपटने के लिए इंतजाम मुकम्मल करने को कहा। और कहा कि हम सेनाओं को भी डिजिटल देखना चाहते हैं। इस सुअवसर पर प्रधान मंत्री श्रीमान् नरेन्द्र मोदी जी,रક્ષાमंत्रीश्री मान् अरुण जेतली जी,वायु सेना प्रमुख अरूप राहा जी,नौ सेना प्रमुख आर के धवन जी,और थल सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग जी एवं अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी/कर्मचारियों के साथ मौजूद थे।(5)
भारत का मंगल मिशन कामयाब हुआ। सितंबर24,2014की भोर भारत के लिए अंतरिક્ષ में सबसे कम कुल450
करोड़ रूपये की लागत वाला मंगलयान कामयाबी की नई लालिमा लेकर अपनी श्रेणी का सबसे कामयाब और किफायती अभियान रहा। नवंबर05,2013 को अपने सफर पर निकले मंगलयान के मंगल ग्रह की कક્ષા में पहुचने के 12मिनट और 28 सेकेंड बाद इसके संकेत मिलने शुरु हो गए। नासा के केनबरा और गोल्डस्टोन स्थित डीप स्पेस नेटवर्क स्टेशनों की मदद से संकेतों को बेंगलूर बेजा गया। मंगलयान अपने उपकरणौं के साथ करीब छह माह तक मंगल की दीर्घवृत्ताकार कક્ષા में घूमता रहेगा।
प्रधान मंत्री माननीय श्रीमान् नरेन्द्र मोदी जी इस ऐतिहासिक सफलता को देख खुसी से फूले नहीं समा रहे ने-
इसरो अध्यક્ષ श्री के राधाकृष्णन की पीठ थपथपाकर उन्हें बधाई दी। अध्यક્ષ श्री के राधाकृष्णन ने कहा-मंगल अभियान के सभी जटिल चरणों को पार करते हुए मंगलयान को सफलता पूर्वक मंगल की कક્ષા में स्थापित करने का श्रेय इसरो परिवार की अथक मेहनत को जाता है।(6)
भारत के प्रधान मंत्री श्रीमान् नरेंद्र मोदी जी को मई26,2014 को शाम शपथ दिलाई गई थी तो वह बिना आजमाए
हुए व्यक्ति नहीं थे,जैसा कि कुछ विदेशी प्रेક્ષकों ने सोचा था।वे 12 वर्ष तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुके देश के राजनीति के मजे मजाये राजनीतिજ્ઞૉં में से थे।
राजा राममोहन राय के प्रयास से 1829 में सती प्रथा निषेध अधिनियम पारित किया गया जिसके अनुसार यदि कोई
व्यक्ति किसी भी विधवा को सती होने के सम्बन्ध में किसी प्रकार की प्रत्यક્ષ अथवा अप्रत्यક્ષ सहायता करेगा तो वह सण्डनीय अपराध होगा।(7)
भारत के प्रधान मंत्री जी के विचार सुझाव विकाश,विजन,मिशन को भी जनता कुछ इसी रूप में देखना चाहती है कि-
निष्प्राय हो रहे नियम कानून में आमूल चूल परिवर्तन कर राष्ट्रीयता की भावना/सद्भावना को जन-जन में जाग्रित कराने में भारत अग्रणी हो। भारतीय राष्ट्रवाद एक आधुनिक घटना है। इसका आविर्भाव ब्रिटिश औपनिवेशिक काल में अनेक वैयक्तिक एवं वैषयिक शक्तियों की अन्त; क्रियाओं के परिणामस्वरूप हुआ। भारत में राष्ट्रवाद के विकास की प्रक्रिया अत्यन्त जटिल एवं बहु- यामी रही है।जिसके अनेक कारण हैं,ब्रिटिश पूर्व भारत की सामाजिक संरचना विशिष्ट एवं अनूठी थी।जिसकी मिशाल इतिहास में नहीं मिलती। भारत की आर्थिक संरचना भी पूर्ण पूँजीवादी मध्यकालीन यूरोपीय समाज की अर्थ रचना से अत्यन्त भिन्न थी।(8) भारत में राष्ट्रवाद का विकास अधिक जटिल एवं दुष्कर होने के साथ-साथ ही रोचक तथा उपयोगी रूप में हुआ। आगे और उपयोगी होने की विश्व के दूसरे देशों कीतुलना में विशिष्टताओं से युक्त शक्तिशाली परम्पराओं में देखे जाने की उम्मीद की जा सकती है। इस कार्य में भाषा का समान स्वरूप होना,राष्ट्र के सदस्यों का समान हित होना। राष्ट्र के सदस्यों के मध्य सम्पर्क एवं समीपता पाया जाना। राष्ट्र की छवि से सम्बद्ध होने के साथ ही सदस्यों में सामुदायिक भावना पाया जाना। सरकार का वह स्वरूप जो अतीत,वर्तमान में विद्यमान हो,जो भविष्य की आकांક્ષા के अनुरूप विकसित हुआ हो आदि। वर्तमान को इसी कामना के साथ देखना होगा।
प्रधान मंत्री जी ने 'दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते' कार्यक्रम शुरू किया जिसका तात्पर्य उद्दमियों में भरोसा पैदाकर -
औद्यागिक गतिविधि को बढ़ाना और'मेक इन इंडिया' अभियान को कार्य रूप देकर कामयाब बनाना है। उन्होंने कहा-ये कदम सरकार के मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस, नजरिया के उदाहरण हैं। इससे युवाओं के कौशल विकास का रास्ता मिलेगा। भारत को काविल कर्मचारियों की वैश्विक जरूरत पूरा करने का अवसर मिलेगा। आगे-हमारा श्रमिक एक श्रम योगी है।(9)
गांवों में खुसहाली लाने के लिए वर्तमान सरकार ने मुहिम छेड़ दी है।'सांसद आदर्श ग्राम योजना' के सहारे केंद्र सरकार
गांवों में अच्छे दिन लाएगी। भारत के प्धान मंत्री ने विજ્ઞાन भवन मेंयोजना का शुभारंभ करते हुए स्पष्ट कर दिया कि गांव भी अब मांग आधारित सुविधा की सीढ़ी चढ़ेगे।मोदी जी ने कहा कि वह गांव के बारे में महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित हैं। कहा कि आदर्श ग्राम का अर्थ यह है कि वह स्वास्थ्य,स्वच्छता,शिક્ષા,विकास के साथ-साथ आपसी सौहार्द्र का केंद्र बने। उन्होंने सांसदों से वर्तमान कार्यकाल में कम से कम तीन आदर्श गांव बनाने की अपील की। खुद भी अपने संसदीय ક્ષેत्र वाराणसी में एक आदर्श गांव बनाने का फैसला किया है।(10)
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