सबको आना -जाना ,
साथी साथ निभाना |
'मंगल 'समीर ठिकाना ,
दुनिया भल अनजाना |
वसंत -पतझड़s आना,
नवेलि बेलि मुस्काना |
फिर भी साथ निभाना ,
लाग्यो s आना -जाना ||
उमहि उमहि घन घेरे ,
आनंद मिलन सुहाना |
मस्त मयूरिन विनोद ,
पपीहा गाये गाना |
मिलन - बिछुरन मोह
वृन्दावन कृपा निधाना |
साथी साथ निभाना ,
दुनिया आना -जाना ||
Sukhmangal Singh
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