अगर राज हो मेरे दल को ?
सभी लोग आराम करेंगे |
सदा नशा में बुत्त पडा हो
अपना नया समाज रहेगा |
फेकेगे पासा पुनि शकुनी
बहुमत प्रबल पगार रहेगा !
गाजा भांग शराब चरस औ ,
राजकीय बहु व्यापार रहेगा |
देश-देश भीख मांगने ,
भेजे भिखमंगे जायेंगे |
अफसर सारे आराम करेंगे
डट चारो धाम करेंगे |
जा विदेश धन लायेंगे
मिल जुल उसे सभी खाएंगे |
तिव्वत से दुशाला लायेंगे
मेवाड़ क मखमल पहनाएंगे |
समलैंगिक सरकार बनेगी
फिल्मी शिक्षा मुक्त मिलेगी ?
अगर युवक सब मांग करेंगे
डिग्री सारी मुक्त मिलेगी !
मंत्री कोई मतिमंद न होगा
लेना रिश्वत बंद न होगा ?
रिश्वत ते चंदा आयेगा
बन्दा बैठा-बैठा खायेगा |
महामूर्ख को जनता जाने
मूछ मुडाये सूत पहिचाने !
जिनकी महिमा पुलिस बखाने ?
कलियुग संत समाज भी माने |
नव युग मंत्री को पहिचानें -
प्रजातंत्र हौ खुद को जानें ||
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Sukhmangal Singh
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