Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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विष्णु की प्यारी काशी

 

  "विष्णु की प्यारी काशी"

दक्षिण से उत्तर  प्रवाहित होती गंगा ,

 भोले शंकर और कण कण अड़भंगा,

शिक्षा शिक्षानीति क्षेत्र में है चंगा 

विश्वनाथधाम विराजत काशी गंगा | 


फक्कड़ योगी अलमस्त घुमक्कड़ ,

छाने बूटी कटि लंगोटी लक्कड़ ,

गली मुहल्ला राड़ सांड- सीढ़ी ,

गुण्डा - पंडा से भरा बनारस | 


गिरिजापति का खड़ा त्रिशूल ,

वेद पाठ सस्वर होत गूँज ,

ग्यानी को जो राह दिखाता ,

गायन कीर्तन काशी गाता |


यहीं दुर्गा की है शक्ति पीठ ,

यत्र- तत्र शिव की रहती मूर्ती 

घर्म -संस्कृति  पाठ पढ़ाता 

कुमार शिव शिव शास्त्री बनता | 


पोथी पन्ना बांच नहीं पाता ,

गुरु कृपा से विद्द्वान बन जाता ,

लाठी --डंडा साथ में जो लाता ,

भाग भाग्य से काशी आता | 


शिव शंकर की काशी न्यारी ,

विष्णु प्रिय दुलारी काशी ,

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