" गुरु ज्ञान देता"
जीवन का अनमोल वस्तु है ज्ञान,
ज्ञान की ललक से बढ़ाता सम्मान।
शिक्षा का महत्व समझता है इंसान,
गुरु भरता नूतन जीवन में ज्ञान।।
गुरुकुल पद्धति का ध्यान कराता,
दी जाती शिक्षा उसने बतलाता।
संस्कृति सभ्यता का पाठ पढ़ाता,
सामाजिक समानता को जगाता।।
गुरु व्यक्ति का चरित्र संवारता,
गुरु छात्रों का भविष्य निखारता।
राग रग में ज्ञान ज्योति गुरु भरता,
शिक्षा के नए-नए उपाय गुरु रचता।
व्यक्तिगत जीवन में शिक्षकों के हम ऋणी,
निजी जीवन के लिए माता-पिता के ऋणी।
शिक्षक बच्चों को बनाता रहता है गुणवान,
पढ़ - लिख कर वे बालक हो जाते हैं महान ।।
इसीलिए शिक्षकों का हमें सभी करते हैं गुणगान,
शिक्षक अपने बालको को देता रहता विविध आयाम।
बालक आगे बढ़कर राष्ट्र को देते हैं पैगाम,
जिससे वैश्विक स्तर पर देश का बढ़ता है सम्मान।।
- सुख मंगल सिंह
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