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"हिंदी विकास के सोपान"

 

"हिंदी विकास के सोपान"


दुनिया में हिंदी इस की सबसे बड़ी भाषा मानी जाती,
चीनी भाषा में मेंडरिन को पछाड़ ने की तैयारी में हिंदी।
दुनिया ने जहां अंग्रेजी का पहले स्थान पर है बोल बाला,
वही हिंदी भाषा विश्व में तीसरे स्थान पर धूम मचा डाला।।

हिंदी के विकास के लिए दुनिया ने यहां साईट बना डाला,
क्रम में पुणे में मूषक नामक सोशल नेटवर्किंग रच डाला।
जो www. डॉट मूषक डॉट इन  पर खोला जा सकता है,
हिंदी में अभी बहुत कुछ काम करना बाकी रह गया है।।

ईमेल, ई कामर्स, ई बुक इंटरनेट, और यस यम यस आया,
माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, आई बी एम आज कंपनियां आई।
ओर कल जय श्री कंपनियों ने भी हिंदी को अपनाया,
दुनिया के बुद्धिजीवी लोगों ने हिंदी को प्रथम पक्ति में लाया।।

दुनिया के 115   शिक्षण संस्थानो ने  हिंदी को अपनाया,
बीबीसी, जर्मनी, जापान, चीन में हिंदी सेवा का जाल बिछाया।
अमेरिका में 32 विश्वविद्यालय हिंदी पढ़ाई जाती है,
रिटेन की लंदन यूनिवर्सिटी में भी हिंदी अपनाई जाती है।।

जर्मनी के 15 शिक्षा संस्थान आमीन हिंदी सिखाई जाती है,
कैंब्रिज और यार्क यूनिवर्सिटी में भी हिंदी पढ़ाई जाती है।
फेसबुक, ट्यूटर, वाट्सएप, मैसेज , लिं क डम से हिंदी की जाती,
गूगल, हिंदी इनपुट, लिपिक टाट इन, आदि का निर्माण हुआ।।

हिंदी बनाएगी दुनिया की पहली भाषा इसे लोगों ने मान,
उंगली में जयचंद की हो रही कलह इतना तो लो जान।
जिस भाषा नी सबको अपनाया ही कपड़े सामान,
दुनिया उसको हृदय से अपनाती इतना तो कर सम्मान।।

- सुख मंगल सिंह

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