Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

हिंदी साहित्य का गौरव

 
हिंदी साहित्य का गौरव

हिंदी साहित्य का गौरव, अमर है इसकी कहानी,
भारतीय संस्कृति का प्रतीक, इसकी वाणी है।
तुलसी, सूर, और कबीर की रचनाएं,
हिंदी साहित्य को अमर बनाती हैं।

भारतेंदु, प्रेमचंद, और निराला की कलम से,
हिंदी साहित्य को नया आयाम मिला है।
महादेवी, अज्ञेय, और शैलेश मटियानी की कविताएं,
हिंदी साहित्य को विश्वभर में प्रसिद्ध बनाती हैं।

हिंदी साहित्य का गौरव, इसकी भाषा में है,
जो दिल की गहराइयों को छूती है।
इसकी कविताएं, कहानियां, और नाटक,
हिंदी साहित्य को अमर बनाते हैं।

हिंदी साहित्य का गौरव, इसके लेखकों में है,
जिन्होंने अपनी कलम से इतिहास बनाया है।
वे हिंदी साहित्य के सूरज हैं,
जो हमेशा चमकते रहेंगे।

हिंदी साहित्य का गौरव, हमारी संस्कृति में है,
जो हमें अपनी जड़ों से जोड़ती है।
यह हमारी पहचान है,
और हमारी अमर विरासत।। 
     - सुख मंगल सिंह

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ