मोहनदास Mohandas
मोहनदास बैरिस्टर बन भारत लंदन से आया
बनकर गिरमिटिया –दक्षिणअफ्रीका ने था उन्हें भाया |
कुलियों की दुर्दशा देखकर गांधी था तरस खाया
गोरों के खिलाफ कुलियों को ले संघर्ष चलाया |
न सोने का मुकुट और ना चांदी का जूता पहना
गिरमिटियों ने सहयोग में मोहन मोहनदास बना|
पत्नी का जेवर बेंच- लंदन ला था करने वाला
चाचा ने बहाना बनाकर उन्हें अंगूठा दिखाया |
निजी नैतिक मूल्यों –कचहरी- अनैतिकता टकराया
बड़े भाई की सीमित आय –सामर्थ सामने आया |
सम्पूर्ण भारत पर अंग्रेजों का बढ़ चला प्रभाव
गांधी ने धोती में अंग्रेजों से ललकार मचाया||
-सुख मंगल सिंह
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Sukhmangal Singh
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