Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

मोक्ष और मुक्ति

 
मोक्ष और मुक्ति

भक्ति योग मोक्ष और मुक्ति दिलाने वाला
स्वच्छ वातावरण में भक्ति की जाने वाली
प्रेम आशा आनंद प्रेम भावना लाने वाला
सकारात्मक ऊर्जा की पूर्ति करने वाला।। 

चिंता तनाव बेचैनी काम करवाने वाला
एकाग्रता धैर्य  व दृढ़ता को बढ़ाने वाला
निरंतर अभ्यास से आनंद मिलने वाला
ईस्टअनुराग आंतरिक विकास देने वाला।। 

खुद को साधना नियंत्रित करने वाला
शारीरिक मानसिक स्वच्छता बढ़ाने वाला
कुविचारों कुसंस्कार से दूर ले जाने वाला
प्राणायाम प्राणवायु नियंत्रित करने वाला।। 

संस्कृत में इच्छित फल प्राप्त करने वाला
मंत्र साधना आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदाता वाला
योगी इसे नाडीशोधन प्राणायाम बताने वाले
अनुलोम विलोम 72ह.नाडी शुद्ध करने वाला।।
                                     (स्वरचित रचना)  

इसलिए कहा गया है-
प्रयाण काले मनसा$ चलेन। 
भक्त्या युक्तो योग बलेन चैव।। 
भूर्वोर्मध्ये प्राण भावेष्य सम्यक स तं परं पुरुषभुपैति दिव्यम्। 
            
अर्थात वह भक्ति युक्त पुरुष अंतकाल आने पर योग बल से भृकुटियों के मध्य  प्राण को प्रतिष्ठित करके अचल मन से स्मरण करता हुआ दिव्य परम पुरुष को प्राप्त हो जाता है। 
            ( भक्ति योग मोक्ष या मुक्ति की ओर ले जाता है-                 गीता) 


- सुख मंगल सिंह

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ