पत्रकारिता लोकतंत्र का महत्वपूर्ण चौथा स्तम्भ कहा जाता है। उन्नतशील समाज की पहचान करते समय पत्रकारिता और पत्रकार की सच्चाई और ईमानदारी से लोग आकते हैं।सच्चाई और ईमानदारी के साथ निष्पक्ष और निडर होकर पत्रकार समाचार पत्रों को जनमानस के सामने प्रस्तुत करता है। पत्रकारिता का कालखंड अत्यंत ही पुराना है। पत्रकारिता का काम सर्वप्रथम नारद भगवान ने बखूबी निभाया था परंतु वह भी मायाजाल के चक्कर में कभी-कभी नारायण की कृपा से भटक जाया करते थे।पत्रकारिता की सही बारे में बात किया जाए तो अखबार को समाज का आईना माना जाता है पत्रकार को उसे आईने का प्रतिबिंब कहा जा सकता है प्रतिबिंब हमेशा आई स्थिर होता है और पत्रकार का अस्तित्व भी हमेशा ए स्थिर ही रहा है।जिस प्रकार आईने का प्रतिबिंब आईने के सामने खड़ा होने पर ही दिखता है इस प्रकार पत्रकार जब अपनी पत्रकारिता निष्पक्ष भाव से करता है तो वह समाज से रूबरू होकर निडरता से खड़े होकर ही काम करना उसे पड़ता है और अपने शब्दों के माध्यम से समाज के चेहरे को बड़ी ही विश्वसनीयता के साथ अखबारों के माध्यम से इनेलो के माध्यम से समाज के सामने प्रस्तुत करता है। इसीलिए कहा गया है की पत्रकार होना कोई सामान्य बात नहीं है पत्रकार सभी लोग नहीं हो सकते पत्रकार ही समाज के निर्माण विकास अस्मिता तथा सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान के महत्वपूर्ण स्तंभ को समाज के सामने प्रस्तुत करता है।सही मन में पत्रकारिता का कार्य जन जागरण एवं जन समस्याओं का समाज के सामने प्रस्तुत करना है लेकिन वर्तमान समय में प्रतिस्पर्धा के दौर में बने रहना सस्ती लोकप्रियता हासिल करने में कलमकार का सही तथ्य सामने आना यह सब के बलबूते का काम नहीं है यह वही कर सकता है जो निष्पक्ष पत्रकार पत्रकारिता करता है।जब पत्रकार अपने लक्ष्य से भटक जाता है चाहे वह मजबूरी बस अथवा शौक से उसे समय आम जनता उन्हें कोसती है बुद्धिजीवी होते हुए भी वह अखबार में अथवा चैनलों में अपनी भूमिका को सही आयाम नहीं दे पता है। ऐसे में जनता सारा दोष पत्रकार को ही देती है क्योंकि जनता भी देख रही होती है कि क्या सच है और क्या गलत है सच कभी छुपाया नहीं जा सकता इसलिए पत्रकार का कर्तव्य है कि यह वह भेदभाव को भुलाकर गुनाहों को सामने रखें जिससे लोगों में विश्वसनीयता बनी रहे।पत्रकारिता का भविष्य जिस गति से टेलीविजन मोबाइल स्मार्टफोन टैबलेट आज बढ़ रहे हैं उसे गति से लगता है कि पत्रकारिता का भविष्य उज्जवल नहीं रह सकता। परंतु यह सच नहीं है की पत्रकारिता का भविष्य उज्जवल नहीं रहेगा आने वाले दिनों में फिर से पत्र पत्रकारिता है अपने उचित स्थान और महत्व को प्राप्त कर लेंगे कारण यह है कि सोशल मीडिया पर जिस तरह से गलत और सही तथा चित्रों को डब करके प्रस्तुत करने का काम लोगों द्वारा अपने हित में किया जा रहा है ऐसे में योग्य विद्वान और बुद्धिमान लोग समाचार पत्र पत्रिकाओं में विश्वास करते हैं।टीवी और मोबाइल पर देखा जा रहा है कि विज्ञापनों की भरमार है विज्ञापन के सहारे अपने चैनल को चलाना और जगत विख्यात करना यह कहीं से भी सही नहीं कहा जा सकता इसलिए सबसे ऊपर पत्रकारिता जगत से जुड़े लोगों को गहराई से विचार मंथन करना होगा और उसकी विश्वसनीयता को बरकरार रखना होगा यह आवश्यक है की बढ़ती हुई महंगाई और इंटरनेट मोबाइल और स्मार्टफोन तथा टेलीविजन के बढ़ते प्रचार प्रसार ने समाचार पत्रों और पत्रिकाओं के प्रचार का प्रभाव पड़ा है। इसमें केवल मोबाइल और स्मार्टफोन आज का ही दोस नहीं है बल्कि हमारे पत्रकार और पत्रकारिता दोनों कहीं ना कहीं जिम्मेदार हैं।पत्रकार और पत्रकारिता दोनों एक दूसरे के पूरक हैं याद पत्रकार पत्रकारिता में सही ढंग से कार्य करता है तो राष्ट्र और समाज के लिए बहुत बड़ी सेवा हो सकती है समाज का उत्थान होगा सही चीज सामने आएंगे पत्रकारिता की श्रेणी में सुधार होगापत्रकार और पत्रकारिता तब प्रभावित होती है जब उसे पर शासन प्रशासन का दबाव होता है प्रभावित लोगों का दबाव होता है जन मानस में आक्रोश होता है। साथ ही पत्रकारों को अपने परिवार की जिम्मेदारी का बोर्ड उठाने के लिए विवश होना होता है।पत्रकार साहित्यकार की जिम्मेदारी उसका उत्तरदायित्व जनता के प्रति अत्यधिक बढ़ जाता है क्योंकि पीड़ा देने वाला खुद सरकारी तंत्र का व्यक्ति यदि प्रभावित होता है तो उसका प्रभाव आम नागरिक पर पड़ता है। हालांकि सभी पत्रकार यह चाहते हैं कि हम निष्पक्ष भाव से पत्रकारिता करें परंतु उनके सामने शासन प्रशासन का दबाव तथा अन्य प्रभावित लोगों का दबाव का खूब भजन कभी-कभी होना पड़ता है।पत्रकारिता जगत को प्रभावित होते हुए कई बार देखा गया है। कुछ अखबारों को इमरजेंसी काल में बंद होते और उनके कर्मचारियों को दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पत्रकारों का जीवन सेना के सेनायक की तरह होता है वह अपने कठिनाइयों में भी वास्तविक तथ्य समाज के सामने वास्तविक तत्व को प्रस्तुत करता है

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