"रूस - यूक्रेन युद्ध विश्व के लिए खतरा?"डब्ल्यू एच ओ का कहना है कि रूस यूक्रेन को घातक रोगाणु नष्ट करने की सलाह दी थी परंतु यूक्रेन ने हमेशा रूस की बातों को टालते रहा। डब्ल्यूएचओ ने यह फैसला इसलिए लिया था जिससे स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं में रखें घातक रोगाणु नष्ट हो सके ताकि आबादी में किसी भी प्रकार का खतरा न हो।रूस के हमले की बात यूक्रेन प्रयोगशालाओं से जुड़े एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य एजेंसी ने बताया वह कई वर्षों से यूक्रेन के साथ इस पर काम कर रहा है। मकसद था रोगाणुओं के लिए को होने की आशंकाओं और उससे होने वाले नुकसान को रोकना।यही कारण था कि रूस ने यूक्रेन की जेलेस्की की सरकार से कहा कि तुरंत इन प्रयोगशालाओं पर नियंत्रण रखा जाए और किसी भी तरह का इससे जनता को नुकसान न होने पाए।जैव सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि रूस द्वारा यूक्रेन पर भारी मात्रा में बमबारी करने से देश के अलग-अलग हिस्सों में सेना को दाखिल होने पर इन प्रयोगशालाओं से लीक हो सकता है जिसकी वजह से प्रयोगशालाओं से रोगाणु फैलने का भय बढ़ जाएगा।रूस के राजदूत अनातोली अनातोनोव ने यूक्रेन में राशन रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की अमेरिका की कवायत को प्रोपेगेंडा बताया। राजदूत ने कहा कि अमेरिका के उलट रूस 2017 में तमाम रासायनिक हथियारों की सामग्रियां नष्ट कर चुका है इस पर पुख्ता दस्तावेज मौजूद है लिहाजा इसके प्रयोग का आरोप अमेरिका वाला का जो लगाया जा रहा है वह गलत है बे बुनियादी है।अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने 13 मार्च को कहा-रूस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए यूक्रेन इस सैनिकों को बख्तरबंद और हवाई हमलों के खतरों का मुकाबला करने के लिए अमेरिका $200000000 की अतिरिक्त मदद देगा। मंत्री जी ने कहा कि यह मदद यूक्रेन को तुरंत मुहैया कराई जा रही है। इसके अलावा अमेरिका मानवीय आधार पर यूक्रेन की मदद करता रहेगा।रूस आगे बढ़ता जा रहा है रूचि सेना यूक्रेन पर लगातार बमबारी कर रही है यूक्रेन के कई शहर खाली हो चुके हैं।जनता वहां से पलायन कर चुकी है जो लोग पलायन नहीं किया है वार उसकी जनता से प्रतिछाया परोक्ष रूप से वार कर रहे हैं। यूक्रेन की सेना जहां रूस के खिलाफ सेना अपनी उतार नहीं पा रहा है गुना स्थानों पर स्कूलों में रिहायाससी घरों से रूस की सेना पर हमला कर रहा है। जि न जिन स्थानों से यूक्रेन की सेना रूस के सेना पर हमला कर रही है उन सभी स्थानों पर उसकी सेना बमबारी करके उस स्थान को नष्ट कर दे रही है।रूस के राष्ट्रपति सऊदी अरब से संपर्क साधना चार रहे हैं परंतु सऊदी अरब अमेरिका से किनारा कस रहा है।रूस ने यूरोपीय प्रतिनिधिमंडल से संसदीय सभा से अपने को अलग कर लिया है दुष्ट के राष्ट्रपति ने कहा कि हमें यूरोपीय संघ की संसदीय सभा की सदस्यता से बाहर होने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला।रुस आपने बल पर आगे बढ़ता रहेगा और गोभी हमारे खिलाफ किसी भी प्रकार की मुहिम चलाएगा, उस देश का पुरजोर नुकसान हो ना तय है।पश्चिमी खुफिया एजेंसी ने लूस के राष्ट्रपति को गंभीर बीमारी होने का रखो गंदा फैला रहा है। ब्रिटेन भी कुछ इसी तरह का रोग होने का दावा तैयार किया है।उनका मानना है ब्रिटेन एक हिटलर की हत्या की, ना टो देशों को उस के राष्ट्रपति की हत्या करनी चाहिए।ऐसा लगता है कि जैसों को यह ज्ञात हो गया है कि पुतिन को हरा ना बहुत मुश्किल है ऐसी स्थिति में इस तरह का कारण बयान दे रहे।जबकि रूस का राष्ट्रपति बहुत सक्षम है वाह किसी भी समय यूक्रेन को अपने कब्जे में उन ले सकता है यूक्रेन उसका ही अंग रहा है यह विश्व अभिजीत है।रूस के राष्ट्रपति ने अपने रूस के सैनिकों को जिन्होंने यूक्रेन में बहादुरी दिखाई उनमें से एक ग्यारह सैनिकों को वेदर देकर 14। वें दिन सम्मानित किया।इसे आज्ञा होता है रूस के राष्ट्रपति अपने सेना को मनोबल बढ़ा रहे हैं और वह चाहते हैं कि दुनिया को हम दिखा सकें कि हम पूरी दुनिया में सबसे सशक्त और सक्षम है।विश्वास तो से ज्ञात हुआ यूक्रेन की फोटो पूर्व में ढेर करू शिवसेना पश्चिम में आगे बढ़ रही है। रूस की सेना खार कीव, मैरियूपोल की तरफ बस रहा है।दिशा विशेषज्ञों का मानना है कि इन दोनों छुट्टियों को रूचि से नायक समाप्त कर देगी तो पूरे की व ऊपर रूस का कब्जा हो जाएगा। पुतिन नहीं चाहते कि वह यूक्रेन के सभी छोटे को तबाह करने जबकि वह तबाह कर सकता है। यह बात अच्छी तरह विश्व जानता है।रूसी अर्जेंट शहरों में घुसे -यू क्रेन में कीव केजरी प्रशासक खुलवाने आरोप लगाया है जी रूसी अर्जेंट एजेंट शहरों में घुसकर ठिकाने की पहचान कर रहे हैं इसके उपरांत शुरू की सेना उन ठिकानों पर हमला कर रही है।वोलनोवाखा पर रूस -शहर में कोई भी इमारत सबूत नहीं बची हुई है। चारों तरफ मल वही मलबे दिखाई दे रहे।लगभग 100000 की आबादी वाला यह कस्बा निवासी खाली कर चुके हैं। यहां के लोग 80% प्रतिशत लोग दूसरे देशों में पनाह ले लिए हैं।दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति रूस द्वारा मना करने के उपरांत भी नाटो का सदस्य बनना चाहते थे जबकि रूस इससे हमेशा मना करता रहा।जब रूस ने यूक्रेन के तमाम शहरों पर बमबारी करना शुरू किया उस समय रूस के राष्ट्रपति जेलसकी ने नाटो सहित यूरोपीय देश और अमेरिका से अपनी मदद की गुहार लगाई लोगों ने भरोसा दिलाया, यूक्रेन को भरोसा दिलाया परंतु किसी भी देश की सेना यूक्रेन की मदद के लिए सामने नहीं दिखाई दी।कुछ शहरों में रूस की सेना और यूक्रेन की सेना आमने-सामने आ गई आम जनता का जैसा कि रूस के राष्ट्रपति ने आवाहन किया था आगे आकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया प्रदर्शनकारियों ने रूस की सेना को कहा यहां से भागो और यह देश हमारा है ऐसा नारा लगाते देखे गए।14 वें दिन यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल भारतीय पत्रकारों से मिलकर अपनी व्यथा कथा सुनाया। और अपनी योजना को महत्वपूर्ण दिखाने का प्रयास किया।बगदाद/रविवार 13 मार्च 2022 को इरान से एक दर्जन से अधिक मिसाइल जो बेले स्टिक निकाली, इरविल शहर इराक में दागी! बताया गया कि एक नागरिक उसमें घायल हुआ। इरविल में वर्तमान में अर्धस्वायात्य क्षेत्रीय सरकार चल रही है। उसी सरकार के बीच अमरीकी सरकार की दूतावास स्थित है। कहा जाता है कि अभी वहां अमरीका ने कोई स्टाफ नहीं रखा है।इराक ने कहा कि करीब 1:00 बजे रात में दूतावास को लक्ष्य कर के अनुसार मिसाइल गिरी। जो मिसाइल गिरी तथा सिवा परिसर की आसपास गिरी जिसकी वजह से कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ। एक अन्य अधिकारी का दावा है कि इरान में बनी फ़तेह -110 मिसाइल हमले में प्रयोग हुई। यह मिसाइल 300 मीटर दूर तक मार करती है।अमेरिका ने माना कि मिसाइल से दूतावास को नुकसान नहीं हुआ परंतु अभी जॉच के अंतर्गत अमेरिकी सरकार का ध्यान, काम करने में लगे हैं।दूसरी तरफ ईरान के टेलीविजन चैनल पर सिपह - ए - पासदारान , इरान ने हमले की जिम्मेदारी ली। उसका कहना आएगी हमला इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के इरबिल ठिकाने पर किया गया था। उसने यह भी कहा इसमें बड़ी संख्या में मौसा के कर्मचारी की मौत हुई है। विरार ने ही यह भी कहा है कि इसे दमिश्क के हमले का जवाब माना जाए।जनवरी 2020 में बगदाद हवाई अड्डे के निकट अमरीका ड्रोन लड़ाकू हमले में इरान के जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या करवाई थी। ईरान पश्चिमी इराक में बने अमरीकी बाई सैनिक आज डे साल असद पर मिसाइल दा गी थी।इस हमले में अमरीकी सैनिक साइक्लोन घायल हुए थे।ईरबिल फिर हवाई अड्डा परिसर में रुकी अमरीकी सेना पर भी राकेश चारण समझे हुए। दोनों देश आपस में एक दूसरे पर हमला करते रहे हैं।उधर इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल कादीमी ने इसे ना गई नागरिकों पर हमला बताया और इरविल के छेत्रीय सरकार के pm मसरूर बारजानी ने कहा कि यह कराना हमला था हम इसके आगे नहीं जो कहेंगे ।हमले का मकसद नागरिकों को डराना था।इस महा युद्ध का 19 वाँ दीन है। 24 फरवरी के पहले रूस में यूक्रेन के दो महत्वपूर्ण राज्य शहर पर पूर्ण रुप से कब जाकर के उसे स्वतंत्र कर दिया था स्वतंत्र राज्य का दर्जा दे दिया था।जेलेस्की यू कैन के राष्ट्रपति को उनके सलाहकार उनका कहना ही हमारी सेना रूस पर भारी पड़ रही है हम रूस को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं हमारी सेना से रूस घबरा गया है।वही रूसी सेना यूक्रेन के कई शहरों पर भी सर बमबारी करके शहर का शहर तबाह कर रहा है।आज 19 में दिन भी रूस की सेना भी बमबारी कर रही है। कल तक यूक्रेन यह कह रहा था कि सर रूस यूक्रेन पर कलेक्टर बन का प्रयोग कर रहा है परंतु अब सुनने में आ रहा है यह भी कि रूस कह रहे हैं यूक्रेन की सेना रूम पर कलेक्टर बम का प्रयोग कर रहा है जो सरासर अच्छा नहीं है इसका अंजाम उतना होगा। जहां सैनिक नहीं है वहां आम लोग हिम्मत दिखाकर रूसी सेना के आगे खड़े हो जा रहे हैं और उसका विरोध कर रहे हैं।जहां अमेरिकी राष्ट्रपति यह कह रह हम नाटो की हर तरह से मदद करेंगे यूक्रेन को उकसा रहे हैं। यू क्रेन को मदद कर रहे हैं। वही नाटो जैसों को यूक्रेन की मदद करने के लिए वाय डन डंका बजा रहे हैं।भारत में संगीत राष्ट्र रक्षा परिषद में 11 मार्च 2022 को यूक्रेन के प्रमुख शहरों पर नागरिक इलाकों पर गोलाबारी होने से हालत पर चिंता जताई। भारत का मानना है कि आपस में बातचीत करके समाधान निकाला जा सकता है। यू क्रेन की हालत पर भारत बार-बार चिंता जता दिया ।भारत के अस्थाई प्रतिनिधि ts त्रिमूर्ति ने संयुक्त राष्ट्र संघ में यूक्रेन शहरों में आवासी परिसर पर बमबारी के कारण इसको और घायलों की क्षमता के हिस्से बढ़ने की बात की।उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन को बातचीत के जरिए जल्द से जल्द युद्ध खत्म कर देना चाहिए। टी एस त्रीमूर्ति जीनी जैविक रासायनिक और विशाल हथियारों के मामले में कहा कि इस पर दोनों देशों को आपस में हल निकालना चाहिए।अमेरिका के राष्ट्रपति जो वाइडन का कहना है कि यदि हम यूक्रेन पर जबाबी कार्रवाई करेंगे तो तीसरा विश्व युद्ध निश्चित है।रूस ने अपनी तरफ से यह चेता दिया है कि यूक्रेन में दूसरे देशों द्वारा यदि हथियारों को भेजा जाता है तो हम उन जहाजों को निशाना बना सकते हैं।रूस के उप विदेश मंत्री ने कहा कि हाशमी देशों के साथ तलाव बढ़ने के बाद भी पश्चिमी मीडिया को कारोबार कोर उससे निकालने का कोई इरादा नहीं है। जबकि कुछ मीडिया जो भ्रामक मत प्रचार प्रसार कर रही हैं।युद्ध छेत्र से यू क्रेन की नागरिक जान बचा कर दूसरे देशों में भाग रहे हैं जिसमें महिलाएं और बच्चे भी हैं। पोलैंड, रोमानिया, माल्दोवा, हंगरी और सोनू वादियां मैं बने refugee कैंपों में पनाह ले रहे हैं । इन रीफूजी कैंप से बच्चों तथा महिलाओं के मानव तस्करी होने का खतरा बढ़ गया है। जबकि स्वयंसेवी संस्था सारा जीवों की सेवा में लगे हुए हैं। फिर भी अवैध खानों में बधुआ मजदूरों का खतरा बड़ा हुआ है। लोग भीख मांगने के लिए मजबूर हो रहे हैं।जागरण अपराध करने को मजबूर यहां किया सकता है।
बच्चों को और महिलाओं को घरेलू नौकर बनाने का भी दुष्प्रचार निकलकर सामने आ सकता है।महिलाओं के साथ जबरन वेश्यावृत्ति में धकेल ने का भी कुचक्र हो सकता है।
रूस और यूक्रेन के बीच शांति वारता कई बार आयोजित की गई परंतु अभी तक युद्ध रोकने पर कोई सफल कार्रवाई नहीं हो सकती।
रूस का मानना है कि यूक्रेन सरकार को गिराना हमारा मकसद नहीं है।
रूस का अपना अलग महत्व दावा है रूस की मीडिया वीडियो जनता के सामने पूरे विश्व को दिखा रहा है।दूसरी तरफ यूक्रेन में भी वीडियो बनाकर पूरे विश्व को अपने पक्ष में करने में लगा हुआ है। अपनी सेना को रू स की सेना से ऊपर प्रभावशाली बता रहा है।शांति एकमात्र उपाय है युद्ध रोकने के लिए। भारत हमेशा शांति का पक्ष उधर है और वह पूरे विश्व में शांति चाहता है उधर कनाडा ने यूक्रेन को हथियार देने की बात स्वीकार की है। कनाडा विविध तरह का हथियार यूक्रेन को देगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति का मानना है कि हम शांति चाहते हैं परंतु किसी के आगे झुकेंगे नहीं।
डोनेस्का मैं रूसी फाइटर जेट उड़ते हुए देखे गए। यह वही क्षेत्र है जिसे रूस ने मान्यता देकर स्वतंत्र कर दिया है।
रूसी लोगों में राष्ट्रभक्ति की भावना देखी गई है वहां के लोग अपने पहने हुए वस्त्र के ऊपर भी जेड का निशान जोड़ रहे हैं। वैसे रूस के सभी टैंक मिसाइल जेड का निशान रूस ने लगवा रखा है। इस जेल के निशान से रूसी जनता यह बताना चाहती है कि हम लोग रूस के राष्ट्रपति पुतिन का समर्थन कर रहे हैं।
युद्ध के अगले दिन रात्रि के समय अंधेरे अंधेरे को चीरते हुए रूसी सेना की मिसाइल यूक्रेन में ताबड़तोड़ मिसाइल गिर रही है और कहीं तोपों से गोले बरस रहे हैं
जिसकी वजह से यूक्रेन के शहर तबाह हो रहे हैं। यद्यपि रूस की सेना ने यूक्रेन के संचार वाहन को छोड़ दिया है।वही कीव के कई शहरों पर रूस की बमबारी और तेज के कर दी गई है। चरनी हिल में भी भारी तबाही रूस की सेना ने किया और उस पर अपना कब्जा करने का दावा किया है।
की व के खारकीव क्षेत्र में स्थित में रूस की सेना ने रात के अंधेरे में भीषण धमाका किया जिसकी वजह से खार की जो यूक्रेन का दूसरा बड़ा शहर है के क्षेत्र में आग लग गई। वहां जो लोग मौजूद थे वे सभी लोग दहल गए। मार्केट में गैस पाइपलाइन को रूसी सेना ने ध्वस्त कर दिया साथ ही रात भर भीषण बमबारी किया। रूस ने वीडियो जारी करके यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि रूस की सेना से यूक्रेन की सेना लड़ रही है।
यूक्रेन ई सैनिक भी रूस की सेना पर ड्रोन से हमला कर रहे हैं यूक्रेन को ड्रोन तुर्की ने प्रोवाइड कराया है।
खे र सन जो यूक्रेन का ही शहर है उसके ऊपर रूस की सेना ने फायर करके एयर बेस को तबाह कर दिया। वहां पर स्थित डिपो में यूक्रेन ई सेना के लिए हथियारों का जखीरा रखा हुआ था। रूसी सेना ने यूक्रेन के बारूदी दीपों पर बम बरसा कर भारी तबाही मचा या जिससे चारों तरफ हाहाकार मच गया। पुतिन के हिट लिस्ट में 10 बड़े शहर हैं उन्हें को हिट किया जा रहा है। रूस के राष्ट्रपति चाहते हैं कि की विषय बाकी के वह सभी बड़े शहर अलग कर दिए जाएं उनके सभी आने-जाने के रास्ते को ध्वस्त कर दिया जाए। कीव में रूस की सेना में हलचल बढ़ गई है रूसी सेना का एकमात्र मकसद है कि की कीव पर पूर्ण रूप से अपने कब्जे में ले लिया जाए। रूस एक तरफ हमला कर रहा है दूसरी तरफ वह जनता के खाने-पीने की आवश्यक सामानों की सप्लाई कर रहा है जिससे आम जनता को खाने पीने की कमी ना हो। रूस नहीं चाहता था कि नुकसान पहुंचाया जाए परंतु उसकी मांग को यूक्रेन के राष्ट्रपति मान लें और नाटो में अपने देश को न जोड़ें।परंतु जेलेस्की यूक्रेन के राष्ट्रपति की जिद ने ऐसा नहीं होने दिया और रूस की सेना से लड़ने के लिए तैयार हो गए और आगे क्या होगा देखते रहिए।
रूस ने एनटी क्राफ्ट मिसाइल ध्वस्त कर दिया उसका प्रहार निको पोल हथियारों के डीपो पर किया गया। रूस की सेना पर यूक्रेन की सेना भी पलटवार कर रही है रूस के कई टैंकों को ध्वस्त कर दिया है।
यूक्रेन ई सैनिकों ने भी रूस के टैंकों को तबाह किया रूस के बख्तरबंद गाड़ियों के काफिले पर घातक हमला किया जिससे 5 रूसी टैंक तबाह हो गए।
विश्व सत्रों से ज्ञात हुआ है कि
आज 16 मार्च 2022 को पांचवें दौर की वार्ता रूस और यूक्रेन के बीच होनी है।
15 मार्च को 3 देशों के राष्ट्राध्यक्ष से यूक्रेन के राष्ट्रपति की कीव में मुलाकात हुई उन लोगों के बीच क्या वार्ता हुई यह सब बात सामने नहीं आई है। उधर रूस तथा ईरान के प्रधानमंत्री की रूस में बैठक हुई दोनों देश के नेताओं ने युद्ध क्षेत्र पर भी व्यापक विचार विमर्श किया।
नाटो का मानना है कि यूक्रेन में किसी भी तरह का जैविक हथियार अथवा परमाणु हथियार नहीं बनाया जा रहा था।
रूस ने पहले ही कीव में रहने वाले सभी नागरिकों को बाहर निकलने के लिए कहीं और पनाह लेने के लिए कई बार सूचित कर चुका था बहुत सारे लोग कहीं दूसरी जगह जा चुके हैं यही कारण है कि उस कीव के शहर पर भारी बमबारी कर रहा है जिससे जहां भी उसे शंका है कि यहां से से ना उसके ऊपर वार कर रही है अथवा सेना की सामान रखे गए हैं हथियार रखे गए हैं ऐसे जगह वह बमबारी करके नष्ट कर रहा है।
- सुख मंगल सिंह
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