"सनातनी पहचान !"
अखंड भारत में खोज करने जब भी कभी जाएंगे,
सनातनी संस्कृति अपनी धरोहर ही पाएंगे।
बरसों से इस पर होने लगा है सोच विचार,
खुदाई करने से होता है नया नया अविष्कार।
चिंता नहीं चिंतन करने की रखनी होगी सोच,
अखंड भारत के कोने कोने में मिलेंगे
सनातनी लोग।
तल तलातल जिधर खोजोगे मिलेगा विष्णु निशान,
शोध खोज से निकाल लेंगे भारतीय अपना भगवान।
जब तक धरा रहेगी इतना तो लीजिए मान,
सनातन संस्कृत की चारों तरफ रहेगी पहचान।
अच्छे हो रहे काम में कुछ लोग करते रहते हैं चोट,
कहता मंगल ' हर देश में कुछ ऐसे होते हैं लोग।
सदियों से भगवान राक्षसों का करते रहते संधान,
साधु संत विचार वाले लोगों का रखते हैं मान।
अखंड भारत बनाने में लगा अपना जी और जान,
सनातन संस्कृति से ही संपूर्ण दुनिया का कल्याण।।
- सुख मंगल सिंह अवध निवासी
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