Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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शोध करता

 

"शोध करता"

कला के लिए स्कूल का साधक
सुन्दर की साधना  में रमता।
बापू सुन्दर में ढूढने निकलता
खोज सत्य वचन का करता।
तत्व ज्ञानी सत्य में सौंदर्य की
खोज में  सदा चलता रहता।
तत्वदर्शी संत महात्मा भी वह
अज्ञान जन्य अंधकार मिटाता।
ब्रह्म बेत्ता की चुनौती यह
ब्रह्म ज्ञान का प्रकाश फैलाता।
पाप कर्मों में लगा मानव जीवन
ईश्वर अस्तित्व को  नकारता।
आस्तिकता आने लगती जब
निष्पाप होने तब लगता।
श्रद्धा द्वारा वह सेवा व्रत करता
ईश्वर के कोप के डर से बचाता।
प्रति दिन सत्कर्म जीवन जीता
प्रभु की कृपा दृष्टि में सदा रहता।
- सुख मंगल सिंह,अवध नि

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