"तालिबान - अफगान युद्ध 2021"
भारतीय फोटोग्राफर दानिश सिद्दीकी,
तालिबानी हमले में मारा गया।
विवाद ग्रस्त क्षेत्रों की पत्रकारिता करता,
पूरी दुनिया द्वारा सदा वह पुचकारा गया।।
जब से निकल रही अफगान से अमेरिकी सेना,
एशिया में रूस और चीन की पकड़ बढ़ी निहारा गया।
पुली0 सम्मानित पत्रकार सन दो हजार अट्ठारह के,
हिंसा में मारे जाने से अमेरिकी सरकार सांसदों ने दुःख हुआ।।
गांधार से भारतीय दूतावास खाली हो रहा,
अफगानी शरणार्थी पाकिस्तान में पांव पसार रहा।
अफगानिस्तान, पाक की आतंकवादी कड़वाहट से,
क्षेत्र में शांति स्थिरता को खतरा बताया गया।।
पिछले कुछ वर्षो से इराक और अफगानिस्तान में,
सैकड़ों दुभाशियों को आतंकवादियों ने मारा।
अफगानस्तान में दो भाषिए सबसे प्रभावशाली होते हैं,
जिसे दुनिया पूरी सच्चाई जान नहीं पाती है।।
खूबसूरत देश है यह परंतु जर्जर व्यवस्था बताई जाती है,
पाक प्रायोजित आतंकवादियों से हमेशा लड़ाई होती है।
पत्रकार के मामले में तालिबान प्रवक्ता मुजाहिद कहता है,
मारे जाने की भूमिका मैं अपनी सेना को धता बताता है।।
15 जुलाई 21 को 16000 अफगानी दुभाषये को अमेरिका,
अपने देश में लाने का प्रस्ताव अमेरिका में रखा ।
सन 2001 में अफगान पूर्ण सत्ता में आया था,
2021 में फिर तालिबान ने कह र वहां फिर बरसाया।।
अफगान में तालिबान द्वारा नरसंहार देखकर,
15 देशों के राजनयिकों के मिशन में,
तालिबान को जंग रोकने के लिए अपील फरमाया।
बकरीद 2021 से शांतिप्रिया प्रक्रिया अपनाने का प्रस्ताव लाया,
उधर कतर में तालिबान से अफगानी डेलिगेशन जाकर मिला।।
गहन में विचार मंथन होने के उपरांत भी कोई शुभ संकेत नहीं आया,
उस बैठक में तालिबान ने युद्धविराम का जिक्र तक सामने नहीं लाया।
अफगान के दक्षिणी सीमा पर अस्थिरता को भापकर,
रूस तजाकिस्तान के साथ मिलकर युद्धाभ्यास की योजना बनाया।।
शांति अपील में नाटो प्रतिनिधियों के प्रस्तावक,
ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, डेनमार्क, नीदरलैंड, चेक रिपब्लिक, जर्मनी, स्पेन, स्वीडन, ब्रिटेन व अमेरिका आदि का तालिबान ने प्रस्ताव ठुकराया।।
पार्क में अफगानी लड़की के अपहरण और हिंसा पर,
तालिबान ने निंदा प्रस्ताव सहित जरूर किया।
पाकिस्तानी अपहरणकर्ता अपराधियों को उसने,
दंडित करने की प्रयासों पर जरूर जरूर दिया।। -
- सुख मंगल सिंह
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