वह पुस्तक पढ़ें?
जिससे कुल समाज और राष्ट्र की हानी हो
ऐसी पुस्तकों को नहीं पढ़नी चाहिए।
नेगेटिव ऊर्जा पैदा करने वाली फिल्मों को
अपने जीवन में नहीं देखना चाहिए।
गलत व्यवहार करने वाला कोई मनुष्य यदि हो
ऐसे व्यक्ति का समर्थन नहीं करना चाहिए।
पाप कर्म करने वाले पापी मनुषय से भी सदा
दुर दुर तक रिश्ता नहीं रखना चाहिए।
जिस झगड़े का हल नहीं निकलने वाला हो
ऐसे उस झगड़े में नहीं उलझाना चाहिए।
हमारे प्रेम को जो मनुष्य नहीं समझता हो
ऐसी लोगों को हमेशा छोड़ देना चाहिए।
जिस जगह पर सुख शांति नहीं मिलती हो
वहाँ ऐसी जगह पर नहीं जाना चाहीए।
आपकी अहमियत जो लोग नहीं समझते हों
अन लोगों को नहीं समझाना चाहिए।
अपना आहार बिहार आचर विचार स्वस्थ हो
स्वच्छ रहने का यतन करना चाहीए।
अपने जीवन को व्यस्त रखना सर्वथा समुचित
खाली व्यक्ति हमेशा दुखी रहते हैं।
जीवन का पूर्ण खतएम ना हो जाए ऐसा करें
समर्थ को कभी भीख मांगनी पड़ती है।
किसी के साथ कभी भी छल कपट नहीं करना
आत्मा को दुख देने पर दुखी जीवन होता है।
जो बीत गया उसका परावाह नहीं करना चाहिए
जीवन में उम्मीद किसी से ज्यादा नहीं करें।
सुनो सबका और करो अपने मन की जो कहता हो
गलती करके कभी खुद को कोसा ना करें।
जिस चीज को हम जीवन में बदल नहीं सकते हों
उस चीज पर हम कभी चिंता नहीं करें।
दिमाग ही ऐसा है जो आपको शांति देता रहता है
जीवन में दुसरा कोई ऐसा नहीं होता है।
जब तक यह शरीर रहेगा आप सभी का चंगा
तभी तक यह दिमाग भी रहेगा पुरा ठंडा।
जबान में मधुराता लाओगे तो ना होंगे कहीं नंगा
होठों पर मुस्कुराहट होगी रहोगे भला चंगा।
अपनी व्यवहार में स्वच्छता और इमानदारी होगी
सभी कम क्रोध पर लगाम लगेगी।
हमें हमेशा अपनी जेब को गरम रखना सीखना है
और अपनी आंखों में शर्म रखना है।
जब कोई आप पर गलत -गलत बोली बोलता है
उस समयअपनी भावना पर नियंत्रण हो।
आप जब कभी अपने ग्रुप में बैठे रहते हो तब
आप अपने व्यवहार पर ध्यान दिया करें।
जब कभी आप अपने दोस्तों के साथ ही हों तो
भी अपने विचारों पर कंट्रोल किया करें।
गुस्से में भी जब कभी आप हो जाए तो भी
अपने फैसले पर कंट्रोल किया करें।
अकेले में भी जब कभी आप रहते हो तो भी
गलत विचारों पर कंट्रोल रखा करें।
-सुख मंगल सिंह
| 9:43 AM (17 minutes ago) |
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