Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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चिंता

 

 

 

chinta

मन की चिंता

शरीर की दुश्मन

चिता सामान

 

 

चिंता ही चिता

चिता दहे निर्जीव

चिंता सजीव।

 

 

सुशील कुमार शर्मा

 

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