Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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ईश्वर

 

सुशील शर्मा

 

 

 

1. ईश आभाष

व्यापक है सर्वत्र

ह्रदय वास।

2. ईमानदारी

सर्वोत्तम भावना

ईश्वर रूप।

3. ईश्वर वृत्त

प्रकाशित सर्वत्र

प्रसन्न चित्त।

4. समस्त विश्व

परिपूर्ण ईशत्व

प्रकाश तत्व।

5. बुद्धि से परे

आत्मा का अनुभव

अपरिभाषित।

6. कुरान सार

अल्लाह की प्रार्थना

आखरी सच।

7. ईश है सत्य

जड़चेतन व्याप्त

एकोविश्वस्य।

8. विष्णु पालक

ब्रम्हा रूप सर्जक

शिव न्यायिक।

9. अटल सत्य

नास्तिक भी उसका

आराधक भी।

 

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