Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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मुस्कराहट

 

मुस्कुरा कर

मत देख जालिम

तेरे हैं हम।

 

मुस्कराहट

बहती ताज़ी हवा

सरसराई।

 

 

सुशील कुमार शर्मा

 

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