Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

ॠण

 

 

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ॠणी मानव

बदतर जीवन

नीची नजरें।

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ॠण का जाल

जीवन का जंजाल

भीख मांगना।

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सुशील कुमार शर्मा

 

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