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Dr. Srimati Tara Singh
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राहत कार्य

 

 

रोटी के निवाले के लिए राहत कार्य हुआ.न सही तरीके से कार्य
किया गया और न ही सही राहत (मजदूरी) मिली.जाँच अधिकारी ने इसे गंभीरता से
लिया और बोला-``राहत कार्य कल से बंद करवाना है.बदले मे रोटियों के चंद
टुकड़े बंटवाना है".मजदूरों को बात लग गई.बोले-"बिना मेहनत के रोटी नही
खाएंगे".और इस तरह से मेहनत का उदय हुआ.

 

 

-सुनील कुमार वर्मा-

 

 

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