रोटी से जूझते बच्चा जवान हो गया !
भूख का पेट पर गहरा निशान हो गया !!
सरकारी नौकरी मिली अब तो चाँदी है !
एक साल में कच्चे से पक्का मकान हो गया !!
ग़रीब की क्या ख़रीदारी क्या खर्चना है !
रूपये पचास में पूरा सामान हो गया !!
टिकट ले लिये घुस गये अगली ट्रेन में !
गाँव का सफर मेरा भेड़िया धसान हो गया !
मर गये ग़रीब बीस अगर, कोइ गल नहीं !
नेता जी मरे तो "साँझ" पूरा तूफान हो गया !!
सुनील मिश्रा "साँझ"
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